हापुड़, सीमन : दिल्ली में हुए दंगे में हापुड़ के पास के गांव सलाई का मोहसिन अली भी बेवजहा दंगाईयों का शिकार हो गया। गांव सलाई में सन्नाटा पसरा है और घरों में चूल्हे नहीं जले हंै। ग्रामीणों ने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद की मांग की है।
गांव सलाई के श्रमिक साजिद के 25 वर्षीय बेटे मोहसिन अली की 3 माह पहले ही शादी हुई थी। वह दिल्ली, नोएडा क्षेत्र में किराए पर जनरेटर लगाता था। मंगलवार को जब वह अपनी आल्टो कार से बजीराबाद क्षेत्र में लगाए गए। जनरेटर स्थल पर जा रहा था तो दंगाईयों ने उसकी हत्या कर कार को फूंक दिया। मंगलवार को जब वह घर नहीं लौटा और मोबाइल का स्वीच आफ आया तो परिवारजन चिन्तित हो उठे। मोहसिन के परिवार के लोग खोजते-खोजते दिल्ली के जीटीबी अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल के मौर्चरी में मोहसिन के शव को देखते ही परिवारजन बिलख उठे।
मोहसिन के दंगाईयों द्वारा मारे जाने की खबर पर गांव सलाई में शोक की लहर दौड़ गई और उसके घर ग्रामीणों का जमघट लग गया। हर कोई दंगाईयों को कोस रहा था। गांव सलाई में चूल्हे भी नहीं जले है। समाचार भेजे जाने तक मोहसिन का शव गांव सलाई नहीं पहुंचा था। ग्रामीणों ने मृतक परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद की मांग की है।
Originally posted 2020-02-28 12:49:53.