चिकित्सक के परिवार ने पार्थिव शरीर को शोध के लिए मेडिकल कॉलेज को दान किया
चिकित्सक के परिवार ने पार्थिव शरीर को शोध के लिए मेडिकल कॉलेज को दान किया हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): गुलावठी के एक बुजुर्ग की इच्छानुसार उसका पूर्ण शरीर दान किया गया है जहां पर लाइलाज बीमारी के लिए शोध किया जा सके। जब बुजुर्ग का शव हापुड़ पहुंचा तो संगत ने अंतिम दर्शन किए। इसके बाद एंबुलेंस फरीदाबाद के अमृता स्कूल ऑफ़ मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना हो गई। आँख करेंगी किसी का जीवन रोशन: एमएसजी डेरा सच्चा सौदा एवं मानवता भलाई केंद्र के अनुयायी मास्टर सत्यपाल सिंह भाटी 85 मेंबर ने बताया कि बुलंदशहर के गुलावठी के रहने वाले 73 वर्षीय डॉ नरेश कंसल की अंतिम इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनके शरीर को लाइलाज बीमारी के शोध के लिए इस्तेमाल में लाया जाए और चिकित्सक उनके शरीर पर खोज कर सकें। मंगलवार की शाम करीब 7:15 बजे डॉ नरेश कंसल का गुलावठी में निधन हो गया जो कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनकी इच्छा के अनुसार पहले तो उनकी आंखों को दान दिया गया जो कि किसी के जीवन को रोशन कर सकेंगी। वहीं उनका शरीर हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अमृता स्कूल आफ मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां चिकित्सक उनके शव पर रिसर्च कर सकेंगे। हापुड़ में किए अंतिम दर्शन: डॉ. नरेश कंसल के पुत्र अंकित ने बताया कि उनके पिता समाज सेवा के क्षेत्र में लंबे समय से कार्य कर रहे थे। फूलों से सजी एंबुलेंस में डॉक्टर नरेश कंसल का पार्थिव शरीर हापुड़ पहुंचा तो संगत ने उनके अंतिम दर्शन किए। अनुयायी विक्की और राकेश नटराज वालों ने बताया कि उनके पिता होतीलाल…