हापुड सीमन/सुरेश जैन(ehapurnews.com): देश में बढ़ रहे पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव व मांस भक्षण की प्रवृति से दूर रहने का संकल्प जैन युवाओं लिया है।विश्व में भारतीय संस्कृति से श्रेष्ठ अन्य कोई संस्कृति नही है।
जैन मिलन हापुड सुमिति के तत्वावधान में हापुड के आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में दशलक्षण महापर्व पर ‘ आधुनिकता और धर्म ‘ नाटिका प्रस्तुत की। नाटिका के माध्यम से सन्देश दिया कि आज भौतिकता की चकाचौंध में देश की युवा पीढ़ी भारतीय जीवन मूल्यों, धर्म और संस्कृति के पावन सूत्रों को भूलती जा रही है जबकि जीवन की सही सार्थकता धर्म से जुड़ने में भी है। संचालन जैन मिलन सुमिति की अध्यक्षा प्राची जैन ने किया। जैन मिलन की सुमिति की मंत्री रीमा जैन, उपाध्यक्ष नीति जैन, कोषाध्यक्ष कनिका जैन ने सहयोग किया। जीवन में मांस भक्षण न करने का अनेक युवाओं ने संकल्प लिया।प्रातःकाल अभिषेक पूजन शान्तिधारा, चन्दापरभु विधान पाठ का आयोजन हुआ। धर्म के लक्षण उत्तम त्याग धर्म पर प्रवचन देते हुए प्रवीण जैन शास्त्री ने कहा कि उत्तम त्याग का अर्थ मन के कषायो, मिथ्या भावों का त्याग है। हमें क्रोध, मान,लोभ, माया का त्याग करना चाहिए, सुपात्र को दान देना चाहिए। अनिल कुमार जैन, अशोक जैन, सुरेश चन्द जैन, राजीव जैन, सुशील जैन, पंकज जैन, अर्चित जैन, मनोज जैन, आकाश जैन, तुषार जैन, सुधीर जैन, पुलकित जैन, रेणुका जैन, प्रभा जैन, अनीता जैन, बबीता जैन, श्वेता जैन, बीनू जैन एडवोकेट, आर के जैन एडवोकेट, भावना जैन आदि उपस्थित हुए।
एक ही फोन पर कराएं किसी भी तरह का इंश्योरेंस: 9756129288: