हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ की कलेक्ट्रेट के पास स्थित होशियारी देवी अस्पताल में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया रहा है जहां बिना एलोपैथिक डिग्री के ही चिकित्सक उपचार कर रहे हैं। ऑपरेशन के दौरान एक महिला ने दम तोड़ दिया। महिला को सांस लेने में परेशानी हो रही थी जिसके बाद महिला का ऑपरेशन किया गया और उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग तथा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तो वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी जांच पूरी की जिसमें अस्पताल की लापरवाही सामने आई है।
गांव गोयना के रहने वाले नरेंद्र कुमार ने बताया कि 40 वर्षीय सुनीता देवी को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। उनके फेफड़ों में जकड़न थी। इसके बाद हापुड़ की आनंद विहार में स्थित होशियारी देवी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया जहां चिकित्सक ने उनका उपचार शुरू किया लेकिन महिला की हालत लगातार बिगड़ती चली गई जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया।
सांस लेने में परेशानी के कारण महिला की गर्दन का ऑपरेशन होना था। मंगलवार की शाम को ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने महिला का ऑपरेशन करके छेद बनाया और पाइप लगाकर सांस की नली में डाल दिया। बताया जा रहा है कि चिकित्सक ऑपरेशन ठीक तरीके से नहीं कर पाया और ना ही सांस की नली में पाइप को फिट किया जा सका। लापरवाही के चलते हैं उसकी कुछ देर में मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। हापुड़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार त्यागी ने डॉक्टर वेद प्रकाश के नेतृत्व में टीम का गठन किया और मामले की जांच के आदेश दिए। तीन सदस्य टीम अस्पताल पहुंची और जांच की। जांच अधिकारी डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि जांच में पाया गया है कि चिकित्सक के पास एलोपैथिक डिग्री ही नहीं है। बिना योग्यता के ही उसने महिला की गर्दन का ऑपरेशन कर दिया। अस्पताल में एक्स-रे तक की सुविधा नहीं थी। वहीं होशियारी देवी के प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसको टीबी भी था और फेफड़े खराब थे। उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की गई है। अस्पताल में हर समय एमबीबीएस एमडी चिकित्सक इमरजेंसी में रहते हैं।
एक घर हो अपना…. अब पूरा होगा सपना… संपर्क करें: 9756129288 पर