हापुड, सीमन (ehapurnews.com) : हापुड के श्रीमती कमला अग्रवाल गर्ल्स इंटर कॉलेज में क्रीड़ा भारती हापुड की अगुवाई में संचालित सेल्फ डिफेंस एवं योग शिविर में वक्ताओं ने इस बात की आवश्यकता पर बल दिया कि बालिकाओ को डांस के स्थान पर कराटे व दंड चलाने का प्रशिक्षण लेना चाहिए।यह शिविर 21 जून तक चलेगा।शिविर में प्रशिक्षकों ने बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए कराटे, दण्ड लाठी व शूटिंग का प्रशिक्षण दिया। क्रीड़ा भारती महिला मंडल की कोषाध्यक्ष नीलम गुप्ता ने बताया कि आज के इस अराजकता भरे युग में पग- पग पर जहां महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस करती है अतः उन्हें सेल्फ डिफेंस हेतु भी जागरूक होना पड़ेगा इसी तारतम्य में पूरे ज़िले में हम यह शिविर लगा रहे है। दण्ड (लाठी) की प्रशिक्षिका राशि कंसल ने लाठी प्रशिक्षण में लाठी के बेसिक नियम लाठी घुमाना, लाठी चलाना, लाठी के ट्रिक, लाठी से लड़ने की कला, एक हाथ से लाठी चलाना, दोनों हाथों से लाठी चलाने का प्रशिक्षण दिया गया और बताया कि दण्डयुद्ध एक प्राचीन भारतीय मार्शल आर्ट है जिसमें बाँस की लाठी का उपयोग हथियार के तौर पर किया जाता है। इसमें प्रतिद्वन्दी को दूर भगाने के लिये ताकत तथा कला का प्रयोग किया जाता है। आत्मरक्षा के अतिरिक्त इसका प्रयोग अनुशासन, सहयोग तथा आत्मनियन्त्रण का विकास करने के लिये भी किया जाता है। सेल्फ डिफेंस की संयोजिका विनीता शर्मा ने कहा कि इस शिविर में बालिकाएँ नि:युद्ध (कराटे) और दण्ड युद्ध (लाठी चलाने) का अभ्यास कर रही हैं। शिविर में बालिकाएँ शारीरिक व बौद्धिक प्रशिक्षण के साथ विभिन्न राष्ट्रीय सामाजिक व संगठनात्मक विषयों पर चर्चा, उद्बोधन व कार्यक्रमों से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। सेल्फ डिफेंस के प्रशिक्षक रोहताश सिंह ने कहा कि लड़कियों को डांस क्लास की जगह मार्शल आर्ट में कराटे एवं लाठी का प्रशिक्षण अनिवार्य कर देना चाहिए। इस शिविर में क्रीड़ा भारती से ज्योति चौहान, सलोनी, गुंजन गर्ग, मनप्रीत खैरा, आशीष गर्ग, मनोज अग्रवाल, गौरव गोयल, संतोष अग्रवाल, अंकुश चौधरी, परवीन कुमार आदि उपस्थिति रहे।
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