हापुड़: विश्व पर्यावरण दिवस पर आर्य समाज ,हापुड़ में विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया तथा पौधारोपण किया गया।
आर्य समाज के पुरोहित धर्मेंद्र शास्त्री ने कहा कि वैदिक संस्कृति में प्रकृति को ईश्वर की अनुपम कृति माना गया है।ईश्वर, आत्मा और प्रकृति नित्य है।इनका कभी विनाश नहीं होता। पर्यावरण को शुद्ध रखने में अग्निहोत्र का विशेष महत्व है क्योंकि इसमें शुद्ध घृत व औषधि युक्त हवन सामग्री से जो आहुतियां दी जाती हैं, वह अग्नि के संपर्क में आ कर परमाणुओं में विभाजित होकर आकाश में पहुँचकर वायु को शुद्ध कर देते है ,जो सभी प्राणियों के लिए जीवन प्रदान करती है।मनुष्य को प्रतिदिन अग्निहोत्र अवश्य करना चाहिए।
पूर्व प्रधान आनंद प्रकाश आर्य ने कहा कि हमारे जीवन में शुद्ध पर्यावरण का बहुत महत्व है ।पर्यावरण को शुद्ध रखने में पेड़, पौधों का होना भी आवश्यक है क्योंकि इनसे जीवन देनी वाली ऑक्सीजन प्राप्त होती है ।हमें पेड़ ,पौधे लगाकर व इनकी देख भाल करते रहना चाहिये।
मंत्री अनुपम आर्य की देख -रेख में पर्यावरण दिवस पर आर्य समाज मंदिर में पौधारोपण सम्पन्न हुआ। सुरेंद्र कबाड़ी, राधारमण आर्य, अनुपम आर्य,संदीप आर्य,सुरेश सिंघल, वीना आर्य आदि ने यज्ञ में आहुतियां डालकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया व पौधरोपण किया।
