जीएसटी चोरों के खिलाफ अभियान शुरु
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ में बीस ऐसे उद्यमी व व्यापारी चिन्हित किए गए है जिन्होंने बोगस फर्मो से कारोबार कर जीएसटी की चोरी में संल्पित है और फर्जी आईटीसी क्लेम कर सरकार से करोड़ों रुपए की वसूली की है।
हापुड़ वाणिज्य कर विभाग ने फिलहाल चिन्हित व्यापारियों की पहचान उजागर नहीं की है, परंतु विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार चिन्हित व्यापारियों में टिम्बर व प्लाईवुड, बर्तन, स्कैप पैकिंग मैटेरियल तथा एडवर टाईजिंग मैटेरियल के कारोबारी शामिल है।
केंद्र व राज्य के कर विभाग के अफसरों द्वारी जीएसटी चोरों की धर पकड़ का यह अभियान प्रदेश भर में शुरु हो चुका है और 15 जुलाई तक चलेगा। फर्जी जीएसटी पंजीकरण का पता लगाने और फर्जी इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) के दावे का अनुचित फायदा उठाने वाले धोखेबाजों की पहचान के लिए केंद्र एवं राज्यों के कर अधिकारियों ने दो महीने का एक विशेष अभियान शुरु किया है।
केंद्र एवं राज्यों के सभी कर विभागों द्वारा शुरु किया गया यह अभियान 16 मई से 15 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान संदिग्ध जीएसटी खातों की पहचान करने के साथ ही फर्जी बिलों को जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) से बाहर करने के लिए जरुरी कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल देशभर में जीएसटी प्रणाली के तहत करीब 1.39 करोड़ करदाता पंजीकृत है।
ऐसे लोग माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के मंच पर फर्जी पंजीकरण कराने के बाद उसके आधार पर धोखेबाज फर्जी रसीदों के सहारे आईटीसी के दावे करते है और किसी भी तरह की सेवा या उत्पाद की आपूर्ति के बगैर ही वह राशि अपने खाते में जमा करा लेते है। वर्ष 2022-23 में माल और सेवा कर (जीएसटी) चोरी के लगभग 14,000 मामले पकड़े गए। वर्ष 2021-22 में यह संख्या 12,574 और 2020-21 में 12, 596 थी। वित्त वर्ष 2022-23 में एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की जीएसटी कर चोरी होने का अनुमान है।
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