हापुड़, सीमन/अमित कुमार (ehapurnews.com): हापुड़ की साइबर सेल तथा हापुड़ कोतवाली पुलिस ने लोन देने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले अंतरराज्य गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खाते में पुलिस को 24 लाख रुपए की ट्रांजैक्शन भी मिली है। यह आरोपी शातिर किस्म के ठग हैं जो लोगों को अपनी बातों में उलझा कर ठगी करते। साइबर सेल तथा हापुड़ पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए शिकायत के आधार पर जांच शुरू की और दिल्ली के मोहन गार्डन द्वारका में स्थित 55 फूटा जैन रोड से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
महिला समेत चार गिरफ्तार:
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम धारना शर्मा पुत्री ओमप्रकाश निवासी तमोला थाना कोसीकला जिला मथुरा है जो फिलहाल भगवती गार्डन जैन रोड मोहन गार्डन द्वारका दिल्ली में रह रही है। वहीं उसके तीन साथियों को भी पुलिस ने दिल्ली के मोहन गार्डन द्वारका के भगवती गार्डन जैन रोड निवासी आसिफ पुत्र वलेदीन तथा कृष्ण कुमार पुत्र ओमप्रकाश व फिरोजाबाद के नगला मदार निवासी श्यामवीर पुत्र एवरन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आसिफ मूल रूप से बागपत तो कृष्ण कुमार मूल रूप से कोसीकलां का रहने वाला है।
17 मोबाइल बरामद:
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 17 मोबाइल, विभिन्न बैंकों के 32 एटीएम कार्ड, दो लैपटॉप, 8700 नकद, 10 चेक बुक तथा रसीद बरामद की है।
देशभर में करते थे प्रचार:
शातिर आरोपी लोगों को ठगने के लिए पूरे देश में अपना प्रचार करते थे। इसके लिए वह ऑनलाइन का सहारा भी लिया करते थे। विज्ञापन के माध्यम से कॉल करने वाले भोले भाले लोगों को वह अपनी बातों में उलझा कर लोन दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठते थे।
नामी कंपनी के नाम पर की ठगी:
हापुड़ के पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि आरोपी टाटा कैपिटल मुद्रा योजना के अंतर्गत सस्ते ब्याज दरों पर लोन देने के नाम पर ठगी करते थे। आपको बता दें कि आरोपी सोशल मीडिया के साथ-साथ पंपलेट और पोस्टर चिपकवाकर फर्जी मोबाइल नंबरों के साथ विज्ञापन देते हैं जिस व्यक्ति को लोन की जरूरत पड़ती वह ऐड में दिए गए नंबर पर कॉल कर करता। इसके बाद आरोपी अपना नाम और पता छिपा कर खुद को टाटा कैपिटल कंपनी मुद्रा योजना फाइनेंस का मैनेजर और कर्मचारी बात कर जरूरतमंद लोगों को अपनी बातों में फंसा कर लोन के नाम पर उनके आधार और पैन कार्ड व्हाट्सएप पर मंगवा कर ठगी करते।
प्रोसेसिंग फीस के नाम पर भी ऐंठते पैसे:
इसी के साथ आरोपी प्रोसेसिंग फीस भी फर्जी खाते में जमा करा कर उन्हें विश्वास में लेते और फर्जी रसीदें तैयार कर लोगों को दे देते। इतना ही नहीं बल्कि लोन के इंश्योरेंस का कवर देने के लिए अतिरिक्त धनराशि की मांग की जाती। आरोपियों ने भोले भाले लोगों को झांसे में फंसा कर उनके खाते की चेक बुक, पासबुक, डेबिट कार्ड और नाम व पते पर सिम एक्टिवेट करा कर लोन के नाम पर पैसों का लेनदेन किया करते थे। ऐसे में वह हजारों लोगों के साथ ठगी की घटना को अंजाम दे चुके हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं जिनकी कुंडली पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।
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