हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ के थाना हापुड़ कोतवाली क्षेत्र की मोदीनगर रोड पर स्थित एक ओयो होटल में शनिवार को 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा के साथ तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। भले ही पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी और ओयो होटल के प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि तीन अक्टूबर को दरोगा ने पुलिस बल के साथ जाकर होटल पर छापा मारा था और होटल को बंद करने के निर्देश दिए थे और चार दिन बाद ही होटल में नाबालिक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया। ऐसे में पुलिस की खानापूर्ति पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। यदि पुलिस नियमों के अनुसार होटल को बंद करा देती तो नाबालिक की जिंदगी खराब नहीं होती। ऐसे में लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
तीन अक्टूबर को मारा था छापा:
हापुड़ की मोदीनगर रोड पर बिजली घर के पास एक धर्म कांटे के सामने यह ओयो होटल अवैध रूप से चल रहा था जहां केशव नगर चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक संजय यादव ने पुलिसकर्मियों के साथ होटल पर तीन अक्टूबर को छापामार कार्रवाई कर पंजीकरण से जुड़े दस्तावेज मांगे तो होटल संचालक दिखा नहीं पाया। सराए एक्ट का पंजीकरण न होने की दिशा में पुलिस ने होटल को बंद करने के निर्देश दिए थे।
पैसों के बल पर खुला रहा होटल:
तीन अक्टूबर को पुलिसकर्मियों ने छापा मार कर होटल बंद करने के लिए कहा इसके लिए थोड़ा समय भी दिया गया लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि होटल बंद ही नहीं हुआ बल्कि पुलिस भी खानापूर्ति कर चली गई। सूत्रों का कहना है कि पुलिस से साठगांठ के बाद होटल का संचालन होता रहा और छापे के तीन दिन बाद ही तीन युवकों ने नाबालिक छात्रा के साथ होटल में सामूहिक दुष्कर्म किया।
चौकी के पास चल रहा था होटल:
ताज्जुब की बात तो यह है कि यह होटल नियम विरुद्ध केशव नगर पुलिस चौकी के पास ही चल रहा था। पुलिसकर्मी होटल बंद करने के बाद क्षेत्र में गश्त भी कर रहे थे लेकिन यह गश्त दिखावटी थी। पुलिसकर्मी यहां-वहां पेट्रोलिंग पर उतरे लेकिन उन्होंने नियम विरुद्ध खुलेआम चल रहे होटल पर कार्रवाई करने की ज़हमत तक नहीं उठाई।
पुलिस करती कार्रवाई तो नहीं होती घटना:
यदि केशव नगर चौकी के प्रभारी सख्त कार्रवाई करते तो छात्र की जिंदगी बर्बाद ना होती। पुलिस ने भले ही अब कार्रवाई करते हुए होटल के खिलाफ कार्रवाई की है, आरोपियों को पकड़ा है लेकिन लापरवाह पुलिस कर्मियों के कारण एक छात्रा की जिंदगी बर्बाद हो गई। लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।