हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ नगर पालिका परिषद द्वारा हापुड़ की मेरठ रोड पर लगाए गए कांवड़ शिविर में एक महिला भोली के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है जहां शिवभक्त का अपमान कर उसे ढोंगी कहा गया। जैसे ही यह शब्द अन्य भोले के कानों में पड़े तो श्रद्धालुओं ने नाराजगी जाहिर की। नगर पालिका परिषद के इस कांवड़ शिविर में जमकर हंगामा हुआ और नोकझोंक भी हुई लेकिन अधिकारियों और जिम्मेदार पद पर बैठे जिम्मेदारों ने कांवड़ कैंप में पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई। मामला बढ़ता देख गैर जिम्मेदार लोग मौके पर पहुंचे लेकिन शिव भक्तों ने कैंप छोड़ने का फैसला कर लिया। इस कैंप में आपको शिव भक्तों से ज्यादा लोग दावत उड़ाते हुए नजर आएंगे।
भोले को कहा ढोंगी:
विवाद तब शुरू हुआ जब नगर पालिका परिषद के इस कैंप में ठहरी भोली को एक युवक ने ढोंगी कह दिया जिससे महिला श्रद्धालु आग बबूला हो गई और उसने इस शब्द का विरोध किया। मौके पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं ने भी इस शब्द पर आपत्ति जाहिर की।
यह है मामला:
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को कांवड़ लेकर लौट रही एक महिला श्रद्धालु नगर पालिका परिषद हापुड़ द्वारा मेरठ रोड पर लगाए गए कांवड़ शिविर में रुकी। शिविर में पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से महिला श्रद्धालुओं ने अव्यवस्थाओं को लेकर वहां तैनात लोगों को मामले से अवगत कराया जिसके बाद एक युवक ने भोली को ढोंगी कहकर उसका अपमान किया।
उड़ रही दावत:
नगर पालिका परिषद हापुड़ ने 25 लाख रुपए के सरकारी पैसे पर यह कांवड़ शिविर लगाया जहां भोले की संख्या से ज्यादा दावत उड़ाने वाले इस कैंप का फायदा उठा रहे हैं। शिव भक्तों की सुविधा के लिए लगाए गए इस कांवड़ शिविर में अव्यवस्थाओं का इस कदर बोलबाला है कि शिव भक्तों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गैर जिम्मेदार हाथों में कैंप :
अचंभे की बात तो यह है कि नगर पालिका परिषद हापुड़ द्वारा लगाए गया यह कैंप उन लोगों के हाथों में है जिनका नगर पालिका परिषद से दूर-दूर तक कोई भी मतलब नहीं है। जिम्मेदारों ने सरकारी खर्च पर कांवड़ शिविर तो लगा दिया लेकिन जिम्मेदारी गैर जिम्मेदारों को सौंप दी।
करीब 25 लाख का आया खर्च:
नगर पालिका परिषद द्वारा लगाए गए इस कैंप में करीब 25 लाख रुपए का खर्च आया है लेकिन शिविर में अव्यवस्थाओं को देखकर ऐसा लगता है कि महज कागजों में ही 25 लाख रुपए शिविर में लगाए गए हैं जबकि धरातल पर तो अव्यवस्थाओं का जबरदस्त बोलबाला है।
नहीं दिखे अधिकारी:
जिस दौरान हंगामा हुआ उस समय नगर पालिका परिषद हापुड़ के अधिकारी व चेयरमैन कहीं दिखाई नहीं दिए। ऐसे में इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस कदर लापरवाही की गई है। एक तरफ तो सरकार कावड़ियों की व्यवस्था के लिए हर संभव कदम उठा रही है लेकिन नगर पालिका परिषद हापुड़ ने गैर जिम्मेदार हाथों में शिविर की कमान सौंपी हुई है।
छोड़ा शिविर:
कुछ कांवड़ियों ने अपमान के बाद शिविर छोड़ने का फैसला लिया। ऐसे में आसपास लगे कांवड़ शिविर के लोगों ने शिव भक्तों का स्वागत किया।
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