मातृ भाषा हिंदी के नाम कवि सम्मेलन
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): पिलखुवा, राष्ट्रीय प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा व राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रांत के तत्वाधान में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम हिंदी को समर्पित एक शाम मातृ भाषा हिंदी के नाम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्यकार कवि अशोक गोयल ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट सानिध्य संस्था के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी एवं शील वर्धन गुप्ता प्रांतीय प्रभारी राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिमी उत्तरप्रदेश प्रांत का मिला। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एलके सोनी विनोदी , विजय कुमार गुण्डाल तेलंगाना, वरिष्ठ कवयित्री बीना गोयल रही।कवि अशोक गोयल ने प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के आगामी कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला और बताया की 13 सितंबर को दिल्ली में हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त हो इसके लिए के इंडिया गेट से राजघाट तक पैदल मार्च का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें बड़ी संख्या में रचनाकार व साहित्यकार कार्यक्रम में पधारे में उसी दिन राष्ट्रीय पत्रिका प्रवर्तना का विमोचन भी किया जायेगा। उसके बाद नई दिल्ली में एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी आयोजित किया जायेगा। सभी से इस पावन कार्यक्रम में पधारे ऐसी अपील की गई। कार्यक्रम का सुंदर संचालन कवयित्री रामकुमारी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कविता कुसुमाकर मेरठ ने किया। कार्यक्रम में सभी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत कर कार्यक्रम को बहुत ऊंचाइयों प्रदान की। कार्यक्रम में देश भर से विभिन्न राज्यों से अनेक रचनाकारों ने अपनी कविता से समां बांध दिया कार्यक्रम देर रात तक चला।कवि सम्मेलन में बृजेश शर्मा सहारनपुर उत्तर प्रदेश, रश्मि सक्सैना पचोर, कवयित्री बीना गोयल पिलखुवा ,प्रज्ञा अंबेडकर मुंबई महाराष्ट्र, कवि पप्पू सोनी शामगढ़ मंदसौर मध्य प्रदेश, ललित डोभाल अल्पज्ञ उत्तरकाशी उत्तराखंड, बलराम यादव देवरा, रामनिवास तिवारी आंसू कवि निवाड़ी मध्य प्रदेश, कवि विनोद कुमार पांडेय, प्रदीप त्रिपाठी दीप ग्वालियर मध्य प्रदेश के अतिरिक्त अनेक कवियों ने मंच से हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त हो का समर्थन किया ।कार्यक्रम के अंत में आए हुए सभी अतिथियों एवं साहित्यकारों का कवि अशोक गोयल ने आभार प्रकट किया।