हापुड़: जनपद हापुड़ में जैसे-जैसे कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वैसे-वैसे ही मास्क की बिक्री बढ़ती जा रही है। मेडिकल स्टोरों के साथ-साथ, गली-मौहल्लों की दुकानों, फेरी वाले तथा फुटपाथ तक पर मास्क बिक रहे हैं। मास्क का कारोबार गरीबों की रोटी का साधन बनकर सामने आया है।
मास्क की कालाबाजारी की खबरों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संदेश दिया कि सूती गमच्छा अथवा रुमाल का उपयोग मास्क के रुप में किया जा सकता है और उन्होंने गमच्छे व रूमाल को नियमित धोने का संदेश दिया था। भाजपा नेत्रों ने अनेक प्रकार के मास्क बनाकर ज़रुरतमंदों को वितरित किए।
अब मास्क ने हापुड़ में लघु उद्योग का रुप ले लिया है। सैकड़ों बेरोजगार महिलाएं मास्क के निर्माण में जुटी है और वे भाजपा नेत्रियों को प्रेरणा का स्त्रोत बता रही है। ये मास्क विभिन्न कलरों, डिजाइनों तथा आकर्षक पैकिंग के साथ बाजार में उपलब्ध हैं। महिलाओं व पुरुषों के साथ बालक-बालिकाओं के लिए आकर्षिक रुप में बनाए जा रहे हैं जिनकी मांग बढ़ती जा रही है। सशल मीडिया के माध्यम से भी बिक्री का खूब प्रचार किया जा रहा है।