हापुड़, हापुड़ में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या से लोग कोई सबक नहीं ले रहे हैं और प्रशासन की ढिलाई का लोग फायदा उठा रहे हंै।
शर्तों का खुला उल्लंघन- जिला प्रशासन ने लोगों की परेशानी को देखते हुए हापुड़ के बाजारों को खोलने की अनुमति सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक कुछ शर्ताे के साथ दी है। इसके बाबजूद हापुड़ के बाजार सुबह 5 बजे से ही खुलने शुरु हो जाते हैं और देर तक खुले रहते हैं। जिन व्यापारियों का दिन दुकान खोलने का दिन नहीं है, वे भी चोरी छिपे कारोबार कर रहे हैं।
भीड़ उमड़ती है-हापुड़ के आस-पास के कस्बों व गांवों से दुकानदार माल खरीदने के लिए बाईक, स्कूटर व घोड़ा तांगा, ई-रिक्शा आदि से भोर में ही हापुड़ पहुंंच जाते हैं और गर्मी बढऩे से पहले ही लौट कर सामान सहित घर पहुंच जाते है। उपभोक्ता भी खरीदारी के लिए उमड़ते है। हापुड़ की सड़कें पूरी तरह जाम रहती हैं। ये वाहन चालक ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हंै।
लाकडाउन का पालन- हापुड़ में सोशल डिस्टेंशिंग का खुलेआम मजाक उड़ाया जा रहा है। कुछ दुकानों के बाहर गोले तो बने हैं, परंतु उमड़ती भीड़ के कारण व्यवस्था बिगड़ रही है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग अभी भी सड़कों व बाजारों में नजर आ जाते हैं , जिन्होंने मास्क नहीं लगाया होता है।
