हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व, कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार एवं. पीलीभीत किशनपुर वन्यजीव विहार पर्यटकों के लिए 15 नवम्बर से खोल दिए गए जो अगले वर्ष 15 जून तक खुले रहेंगे। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना लखीमपुर में दुधवा नेशनल पार्क से पूजन- होगा अर्चन के साथ पर्यटन सत्र का शुभारंभ किया इसके बाद सैलानियों से भरे वाहनों को पार्क में प्रवेश दिया गया।
दुधवा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को बंगाल टाइगर, एक सींग वाला गैंडा, पांच तरह के हिरण व देशी-विदेशी प्रजाति के पक्षियों को करीब से देखने को मिलेगा। रिजर्व में स्टे के अगर वेस्ट प्लास्टिक कचरा वापस लेकर लिए बेहतरीन थारू हट मौजूद हैं। 15 नवंबर आते हैं तो जमानत राशि वापस कर दी से 22 नवंबर तक आधे से अधिक हट एडवांस बुक हो चुके हैं। जंगल भ्रमण का आनंद लेने के लिए पर्यटक उत्तर प्रदेश वन निगम इको टूरिज्म की वेबसाइट upecotourism.in के माध्यम से आनलाइन बुकिंग करा सकते हैं।
प्लास्टिक की बोतलें प्रतिबंधित : टाइगर रिजर्व, प्राणी उद्यान सहित जंगल में प्लास्टिक की बोतल में पानी ले जाना भारी पड़ सकता है। जो पर्यटक बोतल का पानी या प्लास्टिक में बंद खाने-पीने का सामान जंगल में ले जाना चाहते हैं तो इसकी जानकारी प्रबंधन को पहले देनी होगी। इसके लिए 50 रुपये जमानत राशि जमा कराई जाएगी। पर्यटक अगर वेस्ट प्लास्टिक कचरा वापस लेकर आते है तो जमानत राशि वापस कर दी जाएगी। अन्यथा जमानत राशि जप्त होने के साथ जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
जंगल में घूमने का यह रहेगा समय : पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सर्दियों में प्रथम पाली में सुबह 6.30 से 10.30 बजे और द्वितीय पाली में अपराह्न 2.30 बजे से लेकर सूर्यास्त तक भ्रमण कर सकते हैं। गर्मियों में प्रथम पाली सुबह छह से 10 बजे और द्वितीय पाली का अपराह्न तीन बजे से सूर्यास्त तक होती है। टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल ने बताया कि पहले दिन स्कूली बच्चों को सैर कराई जाएगी। सप्त सरोवर को आकर्षक बनाया जा रहा है।
सफारी वाहनों से सैर करेंगेः
टाइगर रिजर्व में इस बार चूका पिकनिक स्पाट का सेल्फी प्वाइंट नया अनुभव देगा। यहाँ पूर्व से तैयार छह हटों की आनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है। इनमें 24. घंटे ठहरने के लिए 5700 रुपये शुल्क देना । इसके अलावा जंगल में प्रवेश का शुल्क 150 रुपये है। जंगल सफारी के लिए, पर्यटकों को नेहरू उद्यान या मुस्तफाबाद पेस्ट हाउस पहुंचना होगा। वहां से वाहन छह सीटर जिप्सी का 3600 रुपये शुल्क देना होगा, जिसके बाद गाइड जंगल घुमाएंगे। जिप्सी में छह पर्यटक बैठ सकते हैं।