हापुड़, सीमन : आर्य विद्वान आचार्य शिवकुमार शास्त्री ने रविवार को यहां कहा कि मनुष्य को मुक्ति पाने लिए तप करना होता है। तप का अर्थ है जीवन में आए द्वन्दों को सहन करना।
वैदिक विद्वान आचार्य शिवकुमार शास्त्री आज यहां आर्य समाज हापुड़ में ऋषि बोधोत्सव पर्व के शुभारंभ पर आर्य बंधुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन के उद्देश्य को पाने के लिए धार्मिक सत्य कर्म करने चाहिए। धार्मिक कर्म अर्थात यज्ञ कर्म करने से मनुष्य को वास्तविक सुख की प्राप्ति होती है। संसारिक सुख व आध्यात्मिक सुख दोनों ही मनुष्य के लिए आवश्यक हंै। दिल्ली के संगीतज्ञय सतीश सत्यम ने भजनों के माध्यम से वैदिक धर्म के महत्व पर प्रकाश डाला। आर्य समाज में आज माता जानकी जयंती भी मनाई गई। आर्य सामाज में आयोजित यज्ञ में आर्य बंधुओं ने आहुतियां डाली जिसके यजमान आनंद प्रकाश आर्य, अमित आर्य व दिनेश गुप्ता थे। इस अवसर पर शशि सिंघल, पुष्पा आर्य, बीना आर्य, अलका सिंघल, सुरेंद्र कबाड़ी, राधारमण आर्य, संजय शर्मा, सतीश अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
Originally posted 2020-02-16 11:22:41.